Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक के शुरु होने में अब कुछ ही दिनों का समय बाकी रह गया है। इसका आगाज 26 जुलाई को होगा और 11 अगस्त को इस मेगा इवेंट का समापन होगा। फ्रांस इसकी मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन इस बीच फ्रांस के एक बड़े निर्णय के बाद दुनियाभर में कंट्रोवर्सी शुरु हो चुकी है। दरअसल, फ्रांस ने पेरिस ओलंपिक में अपने एथलीट को हिजाब पहनने पर रोक लगा दी है। फ्रांस के इस फैसले के बाद कई अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने इसका विरोध किया है तथा इसे नस्लवादी तथा लैंगिक भेदभाव बताया है।
हिजाब पहनने पर फ्रांस ने लगाया रोक
हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पुष्टि की है कि एथलीट को फ्रांस के गांव में हिजाब पहनने के लिए स्वतंत्र होंगे। फ्रांस के फैसले के बाद उठाए गए सवालों के जवाब में, IOC (अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति) के प्रवक्ता ने उल्लेख किया, “हिजाब या किसी अन्य धार्मिक या सांस्कृतिक पोशाक पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।” पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें हैंडबॉल और फुटबॉल जैसे कुछ खेल उसी दिन शुरू होंगे। पेरिस ओलंपिक का उद्घाटन समारोह 26 जुलाई को निर्धारित है, जबकि 11 अगस्त को मेगा इवेंट का समापन होगा।
फ्रांस ने अपने एथलिटों की संख्या रखी बराबर
गौरतलब है कि फ्रांस के लिए इस साल का समर ओलंपिक काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ये वैश्विक टूर्नामेंट उनके आर्थिक हितों को मजबूती देगा। इसके अलावा फ्रांस इसे Gender Equal Olympic के रुप में प्रमोट कर रहा है। इसके लिए फ्रांस ने अपने एथलिटों की संख्या बराबर रखी है। यानी कि जितने नंबर पुरुष एथिलिट के होंगे, उतनी ही नंबर महिला एथिलिट की होगी।
बता दें कि समर ओलंपिक में संबंधित खेलों के लिए कोटा और रैंकिंग के माध्यम से 10,000 से अधिक योग्य एथलीट भाग लेने वाले हैं। मेज़बान देश फ्रांस अपने लगभग 550 एथलीटों का एक विशाल दल इसके लिए तैयार किया है जिनमें से 50% एथलीट महिला हैं।
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